अस्पताल की पुरानी इमारत और उसकी खामोशी ||डरावनी कहानी
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शीर्शक:- अस्पताल की पुरानी इमारत और उसकी खामोशी डरावनी कहानी
यह कहानी एक छोटे से गाँव के सरकारी अस्पताल की है। अस्पताल की पुरानी इमारत और उसकी खामोशी, रात की गहराई में एक अजीब सा डर पैदा करती थी। लोग कहते थे कि रात के समय वहाँ अजीब-अजीब घटनाएँ होती थीं, लेकिन किसी ने कभी खुलकर इस बारे में नहीं बताया।
एक रात, अस्पताल के एक नर्सिंग स्टाफ को ड्यूटी पर रहना पड़ा। वह रात का सन्नाटा और अस्पताल की खाली गलियाँ उसे काफी डरावनी लग रही थीं। अचानक, उसे मरीजों के वार्ड में अजीब तरह की आवाजें सुनाई देने लगीं। जैसे कोई चुपचाप हंस रहा हो या कुछ बातें कर रहा हो। उसने सोचा कि शायद यह उसकी कल्पना का परिणाम हो, लेकिन जब आवाजें तेज़ होने लगीं, तो उसने इनकी ओर बढ़ने का निर्णय लिया।
वह धीरे-धीरे आवाज की ओर बढ़ा और देखा कि एक वार्ड का दरवाजा हल्के से खुला हुआ था। उसने अंदर झाँका और देखा कि वहाँ एक बुढ़िया बैठी हुई थी, जिसकी आँखें चमक रही थीं। बुढ़िया ने उसे देखा और कहा, "तुमने हमारे साथ नहीं रहना चाहिए। यह जगह अब हमारे लिए है।"
नर्स डर के मारे कांपने लगी और उसने वार्ड का दरवाजा बंद कर दिया। लेकिन, जब उसने फिर से देखा, तो बुढ़िया वहाँ से गायब हो चुकी थी। अगले दिन, जब नर्स ने इस घटना के बारे में डॉक्टरों को बताया, तो उन्होंने उसे बताया कि वह बुढ़िया अस्पताल की पुरानी रिकॉर्ड्स में एक मरीज के रूप में दर्ज थी, जिसने यहाँ लंबे समय पहले अपनी जान गवाई थी। उसके बाद से कई लोग ऐसी घटनाओं का सामना कर चुके थे।
उस रात के बाद, नर्स ने कभी भी उस अस्पताल में रात की ड्यूटी नहीं की और अस्पताल की पुरानी इमारत के बारे में सबको सचेत किया। अस्पताल अब भी उस भूतिया बुढ़िया की कहानियों के साथ अपने सन्नाटे को बनाए हुए है।
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