एक भूतिया बस की कहानी || Horror Bus Story
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एक भूतिया बस की कहानी || Horror Bus Story
एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक पुराने, खड़खड़ाते बस की कहानी प्रचलित थी। गाँववाले कहते थे कि उस बस में रात के समय बहुत अजीब बातें होती थीं। एक रात, गाँव के एक युवक, अजय, ने उस बस से शहर जाने का फैसला किया।
रात का समय था और बस बिलकुल सुनसान सड़क पर चल रही थी। अजय ने देखा कि बस में कोई और यात्री नहीं था। जैसे ही बस एक अंधेरे मोड़ पर पहुंची, अचानक बस की लाइटें बुझ गईं और अजय को अंधेरे में कुछ अजीब आवाजें सुनाई देने लगीं।
बस अचानक रुक गई और एक ठंडी हवा चलने लगी। अजय ने खिड़की से बाहर देखा, लेकिन कुछ भी नहीं दिखा। अचानक, बस में हल्की-हल्की हंसी की आवाजें गूंजने लगीं। अजय ने महसूस किया कि जैसे कोई उसके पास आ रहा हो।
डर के मारे अजय ने बस के ड्राइवर से बात करने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवर की सीट पर कोई नहीं था। अजय ने हिम्मत करके ड्राइवर की सीट पर जाकर देखा और पाया कि ड्राइवर की जगह एक अधेड़ आदमी बैठा था, जिसकी आंखें पूरी तरह से खाली थीं। वह आदमी धीरे-धीरे हंस रहा था, और उसकी हंसी का स्वर अजय के रोंगटे खड़े कर रहा था।
अजय ने जल्दी से बस के दरवाजे को खोलने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा बंद हो गया था। बस की खिड़कियों पर अजीब से आकृतियाँ बनने लगीं। अजय ने अपनी आँखें बंद कर लीं और जैसे ही उसने आँखें खोलीं, सब कुछ सामान्य लगने लगा। बस फिर से चलने लगी और लाइट्स भी जल उठीं।
जब अजय ने अपने गाँव पहुँचने पर बस से बाहर निकला, तो उसने देखा कि बस अब पूरी तरह से खाली और जर्जर हो चुकी थी। लोगों ने उसे बताया कि इस बस की दुर्घटना हो चुकी थी और यह बस वर्षों से खड़ी थी। अजय को एहसास हुआ कि उसने शायद उस रात भूतिया बस की यात्रा की थी।
उस रात के बाद, अजय कभी भी उस बस की ओर नहीं देखा और उसने गाँववालों को भी इस डरावनी कहानी से आगाह किया।
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