खजाने का रहस्य || Xafar Space
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मीरा और दिनेश, दो अच्छे दोस्त थे। एक दिन, वे दोनों जंगल में पिकनिक मनाने का फैसला करते हैं। वे अपने बैग में खाना और कुछ जरूरी सामान लेकर जंगल की ओर निकल पड़ते हैं।
जंगल में दाखिल होते ही, उन्होंने चारों ओर हरियाली और सुंदरता देखी। पक्षियों की चहचहाहट और हवा की सरसराहट ने उन्हें बेहद आनंदित किया। उन्होंने एक खूबसूरत जगह पर अपना सामान रखा और खाने का आनंद लिया। पिकनिक के बाद, उन्होंने जंगल में थोड़ी और घूमने का फैसला किया।
घूमते-घूमते, उन्हें एहसास नहीं हुआ कि वे कितनी दूर निकल आए हैं। शाम होने लगी और जंगल में अंधेरा छाने लगा। अचानक, उन्हें अहसास हुआ कि वे रास्ता भटक गए हैं। मीरा को डर लगने लगा, लेकिन दिनेश ने उसे शांत रहने को कहा और कहा कि वे मिलकर रास्ता ढूंढ लेंगे।
अचानक, उन्हें झाड़ियों के पीछे कुछ आवाजें सुनाई दीं। उन्होंने सोचा कि शायद कोई जानवर है। दिनेश ने अपनी टॉर्च जलाई और झाड़ियों की ओर बढ़ा। वहां उन्होंने एक छोटा सा हिरण देखा जो घायल था। मीरा और दिनेश ने उसे उठा लिया और पास के एक सुरक्षित स्थान पर ले आए।
उन्होंने अपने बैग से कुछ कपड़े निकाले और हिरण की पट्टी की। धीरे-धीरे, हिरण ने आंखें खोलीं और उन्हें देखा। वह डर के मारे कांप रहा था, लेकिन मीरा और दिनेश ने उसे प्यार से सहलाया। हिरण ने उन दोनों का विश्वास किया और थोड़ी देर बाद ठीक होने लगा।
इस बीच, रात हो चुकी थी और जंगल में रहना सुरक्षित नहीं था। दिनेश ने सुझाव दिया कि वे एक ऊँचे पेड़ पर चढ़ जाएं और रात वहीं बिताएं। वे दोनों एक बड़े पेड़ पर चढ़ गए और वहां सुरक्षित रूप से बैठ गए। हिरण भी उनके पास ही रहा।
सुबह होते ही, उन्होंने देखा कि जंगल का रक्षक, एक बूढ़ा आदमी, उनके पास आ रहा है। उसने उन्हें नीचे आने को कहा और बताया कि वह जंगल का रक्षक है और हर दिन इस जंगल की सुरक्षा करता है। उसने मीरा और दिनेश को सुरक्षित बाहर निकलने का रास्ता दिखाया और उनका धन्यवाद किया कि उन्होंने छोटे हिरण की मदद की।
मीरा और दिनेश ने उस बूढ़े आदमी को धन्यवाद कहा और जंगल से बाहर निकल गए। उन्होंने इस अनुभव से सीखा कि साहस और मदद करने की भावना हमें किसी भी कठिनाई से बाहर निकाल सकती है। वे अपने गांव वापस लौट आए और अपनी इस अद्भुत कहानी को सबके साथ साझा किया।
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